JEETENGE LYRICS – Mission Raniganj
Jeetenge Lyrics
Hum Saath Chale Toh Jeetenge
Haath Mein Haath Chale Toh Jeetenge
Hum Saath Chale Toh Jeetenge
Haath Mein Haath Chale Toh Jeetenge
Jeetenge Saare Daave
Saare Vaade Jeetenge
Jeetenge Dil Ke Yeh
Mazboot Iraade Jeetenge
Jeetenge Har Manzar Ko
Har Mushkil Ko Jeetenge
Jeetenge Sabki Nazrein
Sabke Dil Ko Jeetenge
Saath Chale Toh Jeetenge
Haath Mein Haath Chale Toh Jeetenge
Hum Saath Chale Toh Jeetenge
Haath Mein Haath Chale Toh Jeetenge
Daava Hai Daava Hai Jeetenge
Vaada Hai Vaada Hai Jeetenge
Daava Hai Daava Hai Jeetenge
Vaada Hai Vaada Hai Jeetenge
Tum Aur Main Agar Hum Ho Jaayein
Toh Hi Bas Hum Jeetenge
Warna Jeete Bhi Toh Andar
Andar Bas Gham Jeetenge
Toh Haath Chhodna Mat
Jazzbaat Todna Mat
Hum Tufanon Mein Banke
Faulaad Chale Toh Jeetenge
Saath Chale Toh Jeetenge
Haath Mein Haath Chale Toh Jeetenge
Hum Saath Chale Toh Jeetenge
Haath Mein Haath Chale Toh Jeetenge
Daava Hai Daava Hai Jeetenge
Vaada Hai Vaada Hai Jeetenge
Daava Hai Daava Hai Jeetenge
Vaada Hai Vaada Hai Jeetenge
Har Parvat Ko Dikkat Ko Todenge
Apnon Se Apnon Ko Jodenge
Har Parvat Ko Dikkat Ko Todenge
Apnon Se Apnon Ko Jodenge
Written by:
Kumar Vishwas
जीतेंगे Lyrics In Hindi
हम साथ चले तो जीतेंगे
हाथ में हाथ चले तो जीतेंगे
हम साथ चले तो जीतेंगे
हाथ में हाथ चले तो जीतेंगे
जीतेंगे सारे दावे
सारे वादे जीतेंगे
जीतेंगे दिल के ये
मजबूत इरादे जीतेंगे
जीतेंगे हर मंजर को
हर मुश्किल को जीतेंगे
जीतेंगे सबकी नजरें
सबके दिल को जीतेंगे
साथ चले तो जीतेंगे
हाथ में हाथ चले तो जीतेंगे
हम साथ चले तो जीतेंगे
हाथ में हाथ चले तो जीतेंगे
दावा है दावा है जीतेंगे
वादा है वादा है जीतेंगे
दावा है दावा है जीतेंगे
वादा है वादा है जीतेंगे
तुम और मैं अगर हम हो जाएँ
तो ही बस हम जीतेंगे
वरना जीते भी तो अंदर
अंदर बस ग़म जीतेंगे
तो हाथ छोड़ना मत
जज़्बात तोड़ना मत
हम तूफानों में बनके
फौलाद चले तो जीतेंगे
साथ चले तो जीतेंगे
हाथ में हाथ चले तो जीतेंगे
हम साथ चले तो जीतेंगे
हाथ में हाथ चले तो जीतेंगे
दावा है दावा है जीतेंगे
वादा है वादा है जीतेंगे
दावा है दावा है जीतेंगे
वादा है वादा है जीतेंगे
हर पर्वत को दिक्कत को तोड़ेंगे
अपनों से अपनों को जोड़ेंगे
हर पर्वत को दिक्कत को तोड़ेंगे
अपनों से अपनों को जोड़ेंगे
गीतकार:
Kumar Vishwas